“अंतराष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को उन सभी महिलाओं की याद में मनाया जाता है जिन्होंने अपने संघर्ष से एक सफलतापूर्वक मुकाम हासिल किया हो | यह दिन महिला अधिकार और अंतरराष्ट्रीय शांति के दिन के रूप से भी मनाया जाता है|”
इस दिन क्या करते हैं लोग?
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है| इस दिन विभिन्न क्षेत्रों की महिलाएं जिनमें l व्यापार, बड़े-बड़े शैक्षणिक संस्थान, उद्योगपति, व अविष्कारक अलग-अलग मंचों में आकर उस दिन अपनी बातें रखते हैं |
इन सभी कार्यक्रमों मै बात रखने की वजह होती है कि आज की स्थिति में महिलाएं कहां है उन्हें किस ओर आगे बढ़ना चाहिए और वह अपनी बात कितनी मजबूती से आज की दुनिया में रख पाती हैं |
इस दिन दुनिया भर में बहुत से शैक्षिक संस्थाएं या एनजीओस बहुत से वाद-विवाद , परिचर्चा व कार्यक्रमों के माध्यम से इस बात पर चर्चा की जाती है महिला एक वक्त में कहां थी और आज कहां पहुंच गई है जिस तरह वह आज निडर हो कर के अपनी बात रख पाती है और क्या विशेषताएं हैं क्षमता है आज की नारी के समक्ष |
नारियों के सामने ऐसी क्या समस्याएं हैं जो पूर्व समय में नहीं थी, पूर्व समय की जो समस्याएं है, जो नारी ने अपने कौशल व कठिन परिश्रम से बाधाओं को तोड़ते हुए आगे बढ़ रही हैं है , इन सब में चर्चा की जाती हैं |
ऐसी जगह जहां महिलाएं काम करती हैं वहां उनके सहकर्मी कुछ प्रस्तुत करते हैं , और उन्हें निरंतर आगे बढ़ने रहने की प्रेरणा प्रदान करते हैं |
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत कब और क्यों हुई?


यूं तो दुनिया में आज महिला बहुत ही मजबूती से और स्वतंत्र रूप से अपना मार्ग प्रशस्त कर रही है| परंतु आज भी ऐसी कई जगह है जहां महिलाओं के अधिकारों की रक्षा न के बराबर हो रही है |
महिलाएं आज भी कई जगह पुरुषों के मुकाबले कम स्वतंत्रता व कम वेतन में अपना गुजारा कर रही हैं | एक रिपोर्ट के अनुसार आज भी दुनिया में महिलाएं पुरुषों के मुकाबले 30 से 40% कम वेतन में कार्यरत हैं | महिलाएं अन्य घटना जैसे बलात्कार, उत्पीड़न, व घरेलू हिंसा का शिकार होती हैं|
पहला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मार्च 19,1911 में मनाया गया था | इस दिन बहुत सी रैलियां और बैठक रखी गई, यह कई देशों में सफलता पूर्वक मनाया गया|
19 मार्च का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि Purssian के राजा ने यह वादा किया था कि वह महिलाओं को वोट देने के अधिकार दिया जाएगा, यह बात 1848 की है| परंतु वह इस वादे को पूरा ना कर सके इस को मद्देनजर रखते हुए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का दिन 8 मार्च 1913 को मनाया जाने लगा |
संयुक्त राष्ट्र ने पूरे विश्व का ध्यान महिलाओं के अधिकारों की सन 1975 में केंद्र किया जब उन्होंने अंतराष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने का प्रस्ताव रखा | उसी साल संयुक्त राष्ट्र ने महिलाओं का पहला सम्मेलन मैक्सिको सिटी में बुलवाया |
इसके उपरांत संयुक्त राष्ट्र ने सभी राष्ट्रों को 8 मार्च को महिला अधिकार व अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के रूप में सन 1977 में प्रस्तावित किया | इस दिन का मकसद पूरी दुनिया के विकास में महिलाओं की हिस्सेदारी भी हो इस बात को सुनिश्चित करने का प्रयास था |
आधुनिक भारत की कुछ महान नारी शक्तियों की स्वरुप |
१. किरण बेदी
५. शिला दौरे
८. साइना नेहवाल
९. सरला ठकराल